baglamukhi shabar mantra No Further a Mystery

> असंदिग्ध है, जबकि इनके साधन में औपचारिकताएं नाम मात्र की ”

यदि आप निरपराधी हैं और शत्रु आप पर लगातार तंत्र का दुरूपयोग कर आप को परेशान कर रहा है, तब माँ के दंड विधान प्रयोग करने में विलम्ब न करें, जब तक दुष्ट  को उसकी दुष्टता का दंड नहीं मिल जाता, वह अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करता ही रहता है।

मंत्र: ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिव्हां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं ओं स्वाहा॥

श्री अक्षोभ्य ऋषि द्वारा उपासिता श्रीबगला-मुखी

श्रीसांख्यायन-तन्त्रोक्त भगवती बगला के विविध ध्यान

प्रयोग से पूर्व शावर पद्यति से इसे जाग्रत कर लेते हैं अर्थात होली, दीपावली व ग्रहण काल में एक हजार जप कर इसे जाग्रत कर लेते हैं।

The most effective and finest way to eliminate this kind of challenges is Shabar Mantra Sadhna. In case you go ahead and take help of some power with religion and perception, then even your unattainable responsibilities is going to be attained.

प्रेतस्थां बगला-मुखीं भगवतीं कारुण्य-रूपां भजे ।।

हस्तैर्मुद्गगर – पाश -वज्र-रसनां संविभ्रतीं भूषणै –

यदि आपको इन मन्त्रों का प्रभाव देखना है तो निर्देशानुसार इनका साधन कर अभीष्ट की प्राप्ति करें। ये मन्त्र किस प्रमाणिक ग्रन्थ में हैं, more info यह कुछ स्पष्ट नहीं है। प्रमाण केवल यही है कि ये गुरुमुख से प्राप्त हैं। शेष जब आप इनकी साधना करेंगे तो प्राप्त होने वाला परिणाम ही इनकी प्रमाणिकता का साक्षी होगा।

श्रीब्रह्मा द्वारा उपासिता श्रीबगला-मुखी

ऊँ ह्रीं क्लीं (व्यक्ति का नाम) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा।

The Bagalamukhi mantra is chanted to seek the goddess's blessings in overcoming obstacles and defeating enemies. It really is believed that by reciting this mantra, you can get Command over adverse energies and forces which will come in the best way of development or cause hurt.

ॐ सौ सौ सुता समुन्दर टापू, टापू में थापा, सिंहासन पीला, सिंहासन पीले ऊपर कौन बैसे? सिंहासन पीला ऊपर बगलामुखी बैसे। बगलामुखी के कौन संगी, कौन साथी? कच्ची बच्ची काक कुतिआ स्वान चिड़िया। ॐ बगला बाला हाथ मुदगर मार, शत्रु-हृदय पर स्वार, तिसकी जिह्ना खिच्चै। बगलामुखी मरणी-करणी, उच्चाटन धरणी , अनन्त कोटि सिद्धों ने मानी। ॐ बगलामुखीरमे ब्रह्माणी भण्डे, चन्द्रसूर फिरे खण्डे-खण्डे, बाला बगलामुखी नमो नमस्कार।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *